पूर्व आइएएस अधिकारी अमित खरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सलाहकार नियुक्त किया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को अपनी मंजूरी दे दी है। खरे की नियुक्ति प्रारंभिक तौर पर दो साल के लिए संविदा के आधार पर हुई है। वे 30 सितंबर को उच्च शिक्षा सचिव के पद से सेवानिवृत हुए थे। करीब 34 वर्ष बाद देश में नई शिक्षा नीति लागू में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
अमित खरे भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1985 बैच के बिहार-झारखंड कैडर के अधिकारी थे। उन्होंने ही चारा घोटाले को उजागर किया था। वह जब चाईबासा उपायुक्त के पद पर थे तो उन्होंने इस मामले में पहली बार एफआइआर दर्ज कराई थी। इसके बाद बिहार के कई हाईप्रोफाइल नेता और अधिकारी जेल गए। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को भी इसी मामले में जेल जाना पड़ा।
पूर्व आइएएस अमित खरे बने प्रधानमंत्री के सलाहकार
