नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने वरिष्ठ एवं वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत – रत्न सम्मान देने की घोषणा की है। इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पुरी ठाकुर को भी भारत – रत्न सम्मान मरणोपरांत देने की घोषणा केंद्र सरकार ने की थी।

लालकृष्ण आडवाणी को भारतीय जनता पार्टी का लौह पुरूष भी कहा जाता है। उन्होंने सोमनाथ से अयोध्या की रथयात्रा प्रारंभ करके, देश की राजनीति की दशा और दिशा को बदल दिया था। इसके बाद से ही राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा का ग्राफ उत्तरोतर उपर चढ़ता गया। आडवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजनीतिक गुरू भी माना जाता है। सोमनाथ से अयोध्या यात्रा के दौरान भी मोदी, आडवाणी के साथ थे।

आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के करांची में 1927 को हुआ था। देश के विभाजन के पश्चात उनका परिवार भारत चला आया। वे प्रारंभ से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे। बाद में वे जनसंघ से जुड़े। आपातकाल के दौरान वे जेल भी गए। मोरारजी सरकार में मंत्री रहे। अटल सरकार में वे उपप्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री भी रहे।