झारखंड की राजधानी रांची में भी माताओं ने अपनी संतान की रक्षा के लिए निर्जला जिउतिया व्रत रखा। शाम को पीपल के पेड़ के नीचे कई महिलाओं ने व्रत का पूजन पूरे विधि-विधान से किया। साथ ही पंडित जी से जिउतिया व्रत की कथा भी सुनी। अंत में भगवान जिमूतवाहन को प्रणाम करके अपने-अपने घरों को चली गयीं। सुबह में सभी निर्जला व्रतधारी महिलाएं व्रत का पारण करेंगी।
माताओं ने अपनी संतान की रक्षा के लिए रखा जिउतिया व्रत
