पूरे देश में सरस्वती पूजा की धूम देखने को मिल रही है। बसंत पंचती के अवसर पर शिक्षण संस्थानों और गली- मुहल्लों में माता सरस्वती की मनोहारी प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी माता शारदे की आराधना में लीन दिखे। वीणापाणि की प्रतिमाओं पर अबीर और गुलाल भी चढ़ाए गए। इसके साथ ही बसंतोत्सव का भी शुभारंभ हो गया।

प्रसाद में विशेष रूप से बेर, मटर, गाजर और बुंदिया का भोग लगाकर, दर्शनार्थियों के बीच बांटा जा रहा है। पूजा पंडालों को सुंदर ढंग से सजाया गया है। भक्ति संगीत से पूरा वातावरण गुंजायमान है।

पूजा पंडालों में बच्चों और महिलाओं की अच्छी भीड़ दिख रही है। छोटी-छोटी बच्चियां भी साड़़ी पहनकर पूजा पंडालों में घूमती दिख रही हैं। कल वृहस्पतिवार होने के कारण माता सरस्वती की प्रतिमाओं का विसर्जन शुक्रवार को होगा। सनातन मान्यताओं के अनुसार मंगलवार और वृहस्पतिवार को पुत्री को विदा नहीं किया जाता है।